Kanganheri Village witnessed Miyawaki Afforestation on Independence Day

On occassion of Azadi ka Amrut Mahotsav of 75 years of Indian Independence day. Team Rise Foundation established another Miyawaki Urban Forest in Kanganheri Village Near Dwarka.

आज 14 August को आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में राइज फाउंडेशन टीम ने कंगनहेरी गांव (द्वारका के पास) , में मियावाकि तकनीक से urban फारेस्ट लगाया। इसमें कंगनहेरी के निवासियों का सहयोग रहा।इस प्रोजेक्ट में 1500 वर्ग फ़ीट क्षेत्र में 500 पौधे (देसी प्रजाति के)लगाए गए- जिसमे नीम, जामुन, गुड़हल, कनेर, फाइकस, नींबू, आम, बांस, पापड़ी, पीपल, सहजन, बेलपत्र, अमलतास, ढाक इत्यादि थे। जो उचित देखभाल के बाद 3 वर्ष में एक जंगल का रूप ले लेंगे । इस तरह के छोटे छोटे जंगल पर्यावरण की पारिस्थितिकीय प्रणाली को बचाने में सहायक होंगे।।

इस मुहिम में राइज फाउंडेशन के मार्गदर्शन में इन सभी संस्थाओ का सहयोग व महत्वपूर्ण योगदान रहा-
कंगनहेरी निवासी दीपक भारद्वाज, विकास यादव,इंद्रजीत सिंह सेक्टर- 12 द्वारका, मुनीश कुंद्रा द्वारका सेक् 7, अरविंद अग्रवाल द्वारका सेक् 23, नरेंद्र भारद्वाज, प्रशांत भारद्वाज, तुषार मुंडाखेड़ा, विद्या , अमित भटनागर थिंक गुड फाउंडेशन से, नरेंद्र यादव, अशोक मेहरा , राजकुमार कश्यप, श्रीमती जसवंती रावत ( अध्यक्ष- राइज फाउंडेशन) मधुकर वार्ष्णेय, माधुरी वार्ष्णेय , प्रीति भारतीय (सपरिवार फरिदाबाद से) व अन्य ग्राम निवासियों सम्मिलित हुए ।

अन्य संस्थाएं जैसे,88 महिला बटालियन crpf, earth warrior ( घिटोरनी से), ब्रह्मा कुमारिज, महीप -भास्कराचार्य कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी) आदि मुहिम से जुड़े।

दिल्ली में इस तरह की मुहिम की जरूरत है , इससे दिल्ली की हवा को साफ करने में मदद मिलेगा।

अगर आप अपने क्षेत्र में ऐसा कोई फारेस्ट लगवाना चाहते हैं तो राइज फाउंडेशन से 9717764262 पर सम्पर्क कर सकते है।

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Published by RISE Foundation

NGO Working in Waste Managament, Environmrnt Protection and Women Empowerment

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